बिहार में शिक्षकों की भर्ती के लिए बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा आयोजित दूसरे चरण की परीक्षा में सफल हुए एक लाख दस हजार शिक्षकों की पोस्टिंग की प्रक्रिया 15 जनवरी से शुरू होगी। इस प्रक्रिया के तहत शिक्षकों को उनके योग्यता के अनुसार स्कूलों में आवंटित किया जाएगा।
पोस्टिंग की प्रक्रिया:
शिक्षकों की पोस्टिंग रैंडम तरीके से सॉफ्टवेयर के माध्यम से की जाएगी। इस प्रक्रिया में शिक्षकों की योग्यता, वरिष्ठता और जिले का ध्यान रखा जाएगा। शिक्षकों को स्कूलों में योगदान के बाद जनवरी के अंतिम सप्ताह में कक्षा लेना शुरू करना होगा।
कब मिलेगा वेतन:
शिक्षकों को स्कूलों में योगदान के दिन से ही वेतन मिलना शुरू हो जाएगा।
जिलावार स्कूल आवंटन का शेड्यूल:
शिक्षकों की पोस्टिंग का जिलावार शेड्यूल इस प्रकार है:
दिनांक | जिले |
---|---|
15 जनवरी | भोजपुर, नालंदा, शिवहर, शेखपुरा, लखीसराय एवं अरवल |
16 जनवरी | जहानाबाद, बक्सर, मुंगेर, खगड़िया, जमुई एवं सहरसा |
17 जनवरी | बांका, अररिया, औरंगाबाद, गोपालगंज, सीतामढ़ी, सुपौल एवं सिवान |
18 जनवरी | बेगूसराय, भागलपुर, गया, मधेपुरा, नवादा, रोहतास एवं पूर्णिया |
19 जनवरी | पटना, मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा, समस्तीपुर एवं पश्चिमी चंपारण |
20 जनवरी | पूर्वी चंपारण, किशनगंज, कैमूर, कटिहार, मधुबनी एवं सारण |
विशेष परिस्थिति में शिक्षकों को नियुक्ति के बाद मिलेगी राहत:
दूसरे चरण में चयनित शिक्षकों को नियुक्ति के बाद ही विभाग की ओर से विशेष राहत मिलेगी। नवचयनित महिला शिक्षक अभी से मातृत्व अवकाश के लिए कार्यालयों का चक्कर लगा रही हैं। हालांकि विभाग की ओर से कहा गया है कि प्रशिक्षण सहित अन्य कार्यों में उन्हें अभी छूट दी जायेगी।
शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के दूसरे चरण का अंक जारी:
बीपीएससी ने सोमवार को शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के दूसरे चरण में शामिल अभ्यर्थियों का अंक जारी कर दिया है। अभ्यर्थी अपना अंक आयोग के वेबसाइट https://onlinebpsc.bihar.gov.in/ पर अपने लॉगिन आइडी एवं पासवर्ड से लॉगिन करने के बाद अपने डैशबोर्ड पर जाकर देख सकते हैं।
बिहार में एक लाख दस हजार शिक्षकों की पोस्टिंग की प्रक्रिया 15 जनवरी से शुरू होने जा रही है। यह राज्य के शिक्षा व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण बदलाव होगा। उम्मीद है कि इन नए शिक्षकों के आने से राज्य के स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का स्तर बढ़ेगा।
अतिरिक्त जानकारी:
- शिक्षकों की पोस्टिंग के लिए रैंडम सॉफ्टवेयर का उपयोग एक अच्छा कदम है। इससे शिक्षकों को उनके योग्यता और वरिष्ठता के अनुसार न्याय मिल सकेगा।
- शिक्षकों को स्कूलों में योगदान के दिन से ही वेतन मिलना शुरू होना एक अच्छी पहल है। इससे शिक्षकों को आर्थिक रूप से मदद मिलेगी।
- विशेष परिस्थिति में शिक्षकों को नियुक्ति के बाद राहत मिलना भी एक अच्छा कदम है। इससे महिला शिक्षकों को मातृत्व अवकाश लेने में आसानी होगी।