नालंदा जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रहुई में पिछले सप्ताह इमामगंज गांव के रहने वाले सुजीत कुमार का हर्निया का ऑपरेशन होने के बजाय नसबंदी कर दी गई।
नालंदा में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का एक और मामला
सुजीत कुमार की पत्नी अर्पणा कुमारी ने बताया कि स्थानीय आशाकर्मी ने उनके पति को 30 जुलाई को जांच के लिए बुलाया था और अगले दिन समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। ऑपरेशन के बाद उन्हें पता चला कि उनके पति की नसबंदी कर दी गई है। अर्पणा ने आरोप लगाया कि दो साल पहले भी उन्होंने इसी आशाकर्मी के माध्यम से इसी स्वास्थ्य केंद्र में नसबंदी करवाई थी। ऐसे में उनके पति की फिर से नसबंदी करने का कोई औचित्य नहीं बनता।
हर्निया के ऑपरेशन के नाम पर नसबंदी
इस मामले में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रहुई के चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर चंद्रशेखर प्रसाद चौधरी ने कहा कि मरीज की मर्जी से ही नसबंदी की गई है और स्वास्थ्य केंद्र में हर्निया का ऑपरेशन नहीं होता है। उन्होंने पत्नी के नसबंदी के सवाल पर कहा कि अगर उसकी पत्नी का नसबंदी इसी स्वास्थ्य केंद्र में हुआ है तो आशाकर्मी की भूमिका संदिग्ध प्रतीत होती है।
यह मामला एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग में सुधार की आवश्यकता को उजागर करता है। ऐसे मामलों को रोकने के लिए सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे।
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