नालंदा | डिज़नी+हॉटस्टार पर हाल ही में रिलीज़ हुई वेबसीरीज ‘आर्या’ को पॉवर-पैक कहानी के लिए काफी सराहना मिल रही है। लेकिन, सुष्मिता सेन के अलावा जिन्होंने लगभग एक दशक के बाद दमदार वापसी की है, और अपनी ओर दर्शकों का ध्यान आकर्षित करने में सफल रहे, वो किरदार एसीपी खान का है, जिसे विकास कुमार ने निभाया है। विकास इसमें एक पुलिस वाले की भूमिका निभा रहें हैं, जो एक केस की जांच कर है और उसे एक पेन ड्राइव की तलाश है जो ड्रग्स का धंधा करने वालों को बेनकाब करेगा। विकास कुमार ने अपने करियर में कई बार पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाई है।
पिछले 10 सालों में टेलीविजन और फिल्म इंडस्ट्री में बिहारशरीफ के रहने वाले विकास ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। इससे पहले विकास कुमार CID में सीनियर इंस्पेक्टर रजत, दिसंबर 2017 में रिलीज़ हुई फिल्म परमाणु : द स्टोरी ऑफ़ पोखरण में अभिनय करते नजर आए थे। जिसमे मुख्य भूमिका में जॉन अब्राहम, डायना पेंटी, योगिन्दर टीकू के थे। साथ ही हामिद जैसी दमदार फ़िल्मों मे काम कर अपने अभिनय का लोहा मनवा चुके हैं।
हिंदुस्तान टाइम्स के एक इंटरव्यू में सीरीज के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “ओटीटी प्लेटफार्मों अपने प्रतिभा को विकसित करने के लिए नए और पुराने अभिनेताओं को एक एक्सपोजर और अवसर दिया है। इंडिया वेब सीरीज को अपनाने में थोड़ा देर कर रहा है, लेकिन अब, लॉकडाउन सामान्य हो गया है, OTT प्लेटफार्मों दर्शकों और निर्माताओं के लिए एक वरदान बन गया है। पश्चिमी देशों में, हॉलीवुड अभिनेता न केवल सिल्वर स्क्रीन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, बल्कि NETFLIX जैसे ओटीटी प्लेटफार्मों के लिए वेब सीरीज में भी काम कर रहे हैं।
बिहारशरीफ के विकास कुमार बॉलीवुड में अब जाने पहचाने चेहरे बन चुके हैं।इसके पीछे उनकी हिन्दी पर पकड़ मुख्य वजह है। वे अभिनय करने के साथ ही बॉलीवुड, क्रिकेट, टीवी से जुड़े लोगों के लिए संवाद कोच का काम कर रहे हैं। बॉलीवुड से जुड़े लोगों को हिन्दी भाषा सीखाने या उच्चारण को बेहतर बनाने में विकास प्रयासरत हैं।
रॉकस्टार फेम नरगिस फाखरी के अलावा अभिनेत्री लिसा हेडेन व प्रियंका चोपड़ा अभिनीत फिल्म सात खून माफ में काम कर चुके रूस के कलाकार को हिन्दी के संवाद बोलने में मदद कर चुके हैं। वे जिंदगी न मिलेगी दोबारा फिल्म में कल्कि कोचलीन की हिन्दी ठीक करने से लेकर अभिनेता आदित्य राय कपूर के उच्चारण को ठीक करने में मदद कर चुके हैं।
क्रिकेटर वीरेंद्र सेहवाग, आरएपी सिंह, मो. कैफ और रवि शाखी को भी सेवा दे चुके हैं। विकास बताते हैं कि स्ट्रिक्टली स्पीकिंग के बैनर तले हिन्दी को ही मैंने अपने जीवन का आधार बनाकर काम कर रहा हूं। उन्होंने बताया कि उनकी हिन्दी उनके पिता स्व. डॉ. विनय कुमार, शिक्षक व बिहार के परिवेश के चलते साफ सुथरी है। नरमिस फाखरी को हिन्दी के संवाद सीखने में मदद करते विकास।
बिहार के एक छोटे से शहर से आते हुए, विकास ने टीवी उद्योग में एक बड़ी छलांग ली है। एक छोटे से शहर से मुंबई आने के इच्छुक कलाकारों को सलाह देते हुए उन्होंने कहा, “हर बाहरी व्यक्ति को संघर्ष के दौर से गुजरना पड़ता है। लेकिन मैं इसे ‘संघर्ष’ नहीं मानता। अस्वीकृति और विफलताएं सफल होने की एक प्रक्रिया है।
जितना अधिक आप असफल होते हैं, उतना ही आपको कड़ी मेहनत और जीत के लिए समर्पित होना चाहिए। इस इंडस्ट्री में आने वाले लोगों को पहले अपनी शिक्षा पूरी करनी चाहिए, डिग्री प्राप्त करनी चाहिए, या कुछ नौकरी का अनुभव प्राप्त करना चाहिए और फिर इस उद्योग में आने की योजना बनानी चाहिए। उचित योजना, धैर्य और कड़ी मेहनत ही सफलता की कुंजी है।