कुरूक्षेत्र से कुरूक्षेत्र तक ? वैश्विक महामारी में देश के लिए सवालिया निशान छोड़ गए रोहित !
बिहारशरीफ | वरिष्ठ पत्रकार मनोरंजन कुमार की कलम से सरदाना नहीं रहे या यूं कहें कि राष्ट्रवादी पत्रकारिता का प्रकाश पुंज अब हमारे बीच नहीं रहे। रोहित जब कुरुक्षेत्र में पंचतत्व में विलीन हो रहे थे तब हमारे कानों में “यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भव-ति भारत, अभ्युत्थान-मधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्” के गीता मंत्र गूंज रहे थे। … Read more