दीपक विश्वकर्मा | जिला मुख्यालय बिहारशरीफ स्थित धनेश्वरघाट के कांग्रेस कार्यालय राजेंद्र आश्रम में देशरत्न भारत के पूर्व प्रधानमंत्री संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी के जनक भारत रत्न स्वर्गीय राजीव गांधी जी की 77वीं जयंती जिलाध्यक्ष दिलीप कुमार की अध्यक्षता में मनाई गई।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार ने कहा कि हमारे दिवंगत नेता स्वर्गीय राजीव गांधी जी एक नरम दिल इंसान थे साथ ही देश की रक्षा के लिए कड़ा निर्णय लेने में भी सक्षम थे। आज पूरे हिंदुस्तान के नवयुवक जो 18 साल में वोट दे रहे हैं यह उन्हीं की देन थी की जिन्होंने वोट देने की आयु सीमा को घटाकर 18 वर्ष किया था। आज पंचायती राज में पंचायत की मजबूती जो सामने दिख रही है वह इन्हीं का देन है। इन्हीं की सोच के तहत पंचायतों की राशि को सीधा पंचायत तक भेजने की व्यवस्था एवं पंचायत को मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया गया था।
सूचना एवं प्रौद्योगिकी को यहां तक पहुंचाने का भी काम इन्हीं की सोच के तहत किया गया था। आज जितने भी कार्य कंप्यूटर के द्वारा देश में संपादन हो रहे हैं वह राजीव गांधी जी की सोच का ही परिणाम है, इन्हीं की देन है कि आज हिंदुस्तान के हर नागरिक के हाथ में कंप्यूटर एवं मोबाइल दिख रहा है। कहीं ना कहीं इनकी विचारधाराओं को ही अपना कर देश को खुशहाल एवं समृद्ध बनाया जा सकता है। आज वह भले ही हमारे बीच नहीं हैं लेकिन कहीं न कहीं उनकी विचारधारा और उनकी सोच को लेकर हम कांग्रेसी चलने का काम करते हैं और आज उनकी 77 वी जयंती पर शपथ लेते हैं कि उनके बताए रास्ते पर चलने को हमलोग कृत संकल्पित हैं।
उन्होंने राजीव गांधी पर विशेष चर्चा करते हुए कहा आज की वर्तमान सरकार को विपक्ष की भूमिका को समझना चाहिए। राजीव गांधी जब प्रधानमंत्री थे और विपक्ष की भूमिका में श्री अटल बिहारी बाजपेई थे। उस समय की बातों को वर्तमान सरकार को याद करना चाहिए। अटल बिहारी बाजपेई जी ने अपनी पुस्तक में लिखा है की जब हिंदुस्तान के तरफ से अमेरिका डेलिगेशन भेजने की बात थी तो राजीव गांधी ने उन्हें ही चुना था और इसलिए चुना था की उस समय बाजपेई जी के घुटने में काफी तकलीफ थी।
डेलिगेशन के बहाने ही स्वर्गीय राजीव गांधी जी ने उनका इलाज करवाया था, वहां से लौटने के बाद वाजपेई जी ने जब कृतघन भाव से जब उनसे पूछा एक विपक्षी को इतने बड़े डेलिगेशन का अध्यक्ष बनाकर क्यों भेजा राजीव गांधी जी ने कहा था कि आप बीमार थे आप स्वाभिमानी थे आप हमसे इलाज नहीं करवाते लेकिन उसके लिए डेलिगेशन के बहाने वहां जाने के बाद जब आपको तकलीफ हुआ तो इलाज करवाना हमारा कर्तव्य था।
जिससे आज के वर्तमान सरकार चलाने वाले को सीख लेनी चाहिए कि कांग्रेस पार्टी में कैसे कैसे सोच और विचार वाले नेता थे। आज वर्तमान सरकार विपक्ष का भी भूमिका को नजरअंदाज करना चाहती है लेकिन कांग्रेस पार्टी ने वैसे समय में भी अपना सीट दान कर बिपक्ष की भूमिका में रहने वाले लोगों को जितवा कर सदन में रखने का काम किया था।
इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र प्रसाद सिंह प्रवक्ता मुन्ना पांडे नंदू पासवान सेवादल अध्यक्ष बच्चू प्रसाद उदय शंकर कुशवाहा नगर अध्यक्ष महताब आलम गुड्डू ग्रामीण अध्यक्ष रंजीत पांडे फवाद अंसारी बच्चन पांडे नालंदा विधानसभा युवा अध्यक्ष राहुल कुमार गुरु सहाय प्रसाद के अलावे दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।