Biharsharif Smart City: बिहारशरीफ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में बन रहे फ्लाईओवर, स्मार्ट फोरलेन और सीवरेज सिस्टम का काम 27 माह में भी पूरा नहीं हो पाया है। इन परियोजनाओं पर करीब 500 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। जून 2024 तक इन परियोजनाओं को पूरा करने की अंतिम तिथि है, जो अब केवल तीन माह दूर है।
ऐसे में यह सवाल उठता है कि 27 महीने में जो काम नहीं हुआ, वो तीन महीने में कैसे पूरा होगा?
परियोजनाओं की स्थिति:
- फ्लाईओवर: 73 करोड़ की लागत वाला यह फ्लाईओवर अभी भी निर्माण के शुरुआती चरण में है।
- स्मार्ट फोरलेन: 100 करोड़ से अधिक की लागत से बन रहे इस फोरलेन का काम भी अधूरा है।
- सीवरेज सिस्टम: 300 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा सीवरेज सिस्टम भी समय सीमा से पीछे है।
पहले इन परियोजनाओं को जून 2023 तक पूरा किया जाना था, लेकिन समय सीमा बढ़ाकर जून 2024 कर दी गई। अधिकारियों के दबाव के बाद भी कार्य धीमी गति से चल रहा है। आधे-अधूरे कार्य से शहरवासियों को आवागमन में परेशानी होगी, खासकर रांची रोड और नाला रोड पर।
Biharsharif Smart City 27 महीने में भी अधूरा काम:
यह चौंकाने वाली बात है कि 27 महीने में भी ये परियोजनाएं पूरी नहीं हो सकीं, जबकि इनका काम जून 2023 में पूरा होना था। समय सीमा बढ़ाकर जून 2024 कर दी गई थी, लेकिन अभी भी इन परियोजनाओं का काम काफी सुस्त गति से चल रहा है।

शहरवासियों की परेशानी बढ़ेगी:
इन परियोजनाओं के अधूरे रहने से शहरवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। रांची रोड और नाला रोड पर आधे-अधूरे कार्य से सड़क जाम की समस्या बढ़ेगी, और बरसात के दिनों में इन मार्गों से पैदल गुजरना भी मुश्किल होगा।
कार्य में तेजी लाने के प्रयास:
Biharsharif Smart City स्मार्ट सिटी के सीईओ विनोद कुमार ने बताया है कि संवेदक को समय पर काम पूरा करने का निर्देश दिया गया है। समय-समय पर कार्य की समीक्षा भी की जा रही है। निर्धारित समय पर कार्य पूरा नहीं होने पर संवेदक के भुगतान बिल में कटौती की जाएगी।
क्या यह पर्याप्त है?
केवल निर्देश और समीक्षा से काम पूरा होगा, यह कहना मुश्किल है। पिछले 27 महीनों में भी इन परियोजनाओं को लेकर कई निर्देश और समीक्षाएं हुईं, लेकिन काम की गति में कोई सुधार नहीं हुआ।
शहरवासियों को इन परियोजनाओं के जल्द से जल्द पूरा होने का इंतजार है। यह देखना बाकी है कि क्या आने वाले तीन महीने में तेजी लाकर काम पूरा किया जा सकेगा, या फिर स्मार्ट सिटी का सपना अधूरा रह जाएगा।
संभावित परिणाम:
- यदि काम समय पर पूरा नहीं होता है, तो शहरवासियों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
- रांची रोड और नाला रोड, जो शहर के दो प्रमुख सड़क हैं, इन परियोजनाओं के कारण आधे-अधूरे हो सकते हैं।
- बरसात के दिनों में इन मार्गों से पैदल गुजरना भी मुश्किल हो सकता है।
Biharsharif Smart City स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट शहर के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन, यदि काम समय पर पूरा नहीं होता है, तो यह शहरवासियों के लिए मुसीबत बन सकता है। प्रशासन को कार्य में तेजी लाने और समय पर पूरा करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
Biharsharif Smart City कार्य की धीमी गति:
- 73 करोड़ रुपए की लागत वाले फ्लाईओवर का काम अभी भी अधूरा है।
- 100 करोड़ रुपए से अधिक की राशि से बन रहे स्मार्ट फोरलेन का काम भी धीमी गति से चल रहा है।
- 300 करोड़ रुपए की लागत वाले सीवरेज सिस्टम और सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम भी काफी पीछे है।
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