नालंदा। बिहारशरीफ का लाइफलाइन कहलाने वाला सोहसराय-खासगंज के समीप के पुल को तोड़कर नया पुल का निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड द्वारा शुरू किया गया है, लेकिन लॉक डाउन लागू होने के बाद निर्माण कार्य बंद कर दिया गया। करीब 50 दिन निर्माण कार्य बंद रहा, लेकिन राज्य सरकार के निर्देश के आलोक में पुनः इस पुल का निर्माण कार्य शुरू किया गया। जहाँ करीब दर्जनों मजदूर निर्माण कार्य में लगे हुए हैं।
बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड सोहसराय-खासमगंज में करीब पांच करोड़ रुपये की लागत से एक बड़े पुल का निर्माण कार्य काफी जद्दोजहद के बाद फरवरी माह में शुरू किया था। कुछ ही दिन निर्माण कार्य किया गया। इस बीच पुराने पुल को तोड़कर कर ध्वस्त कर दिया गया और छोटे वाहन को आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बगल में डायवर्सन का निर्माण किया गया है। डायवर्सन से ही छोटे वाहन का आना जाना शुरू हो गया था।
बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड ने बरसात के पहले ही निर्माण कार्य पूरा करे का लख्य रखा था, लेकिन कोरोना जैसे वैश्विक महामारी ने पुल निर्माण कार्य को लॉक कर दिया। तब से निर्माण कार्य बंद है। बीते 20 अप्रैल को राज्य सरकार ने लॉकडाउन की अवधि में भी निर्माण कार्य शुरू करने का निर्देश दिया था, जिसके तहत निगम ने फिर से पुल निर्माण का कार्य शुरू करवा दिया है, लेकिन लगता है कि बरसात के पहले निर्माण कार्य पुरा नहीं हो पायेगा।
जिससे अगर बरसात के दिनों में बाढ़ जैसी स्थिति हो गयी तो बगल में बना डायवर्सन भी उस पानी की धारा में बह जाने का खतरा है, तब इस मार्ग से आवागमन पूरी तरह ठप हो जायेगा। पुल निर्माणनिगम के वरीय परियोजना प्रबंधक ने बताया कि हमारी पूरी कोशिश है कि जल्द से जल्द इस पुल का निर्माण कार्य पूरा कर लें, लेकिन यह संभावना नहीं दिखती है क्योंकि निर्माण कार्य बहुत देर से शुरू हुआ है। बरसात बहुत नजदीक आने वाला है। उन्होंने बताया कि बिहार राज्य पुल निर्माण निगम सदस्य गुणवत्ता और विश्वास का सेतु का निर्माण करता है।