दीपक विश्वकर्मा | सोमवार को नालंदा महिला कॉलेज में राष्ट्रीय पोषण माह के मौके पर बच्चों और माताओं के बीच संतुलित आहार का वितरण किया गया। इस मौके पर कॉलेज की प्रिंसिपल मोसररत जहां ने बताया कि कुपोषण अर्थात समुचित पोषण का अभाव होना जिसके कारण शरीर और बुद्धि का उचित विकास नहीं हो पाता है। शरीर दुर्बल हो जाता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता खत्म हो जाती है, जिससे बच्चों में तरह-तरह की बीमारियां पैदा हो जाती है और उनके शरीर का समुचित विकास नहीं हो पाता।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में कुपोषण के प्रति लोगों को जागरूक होना होगा और ऐसे बच्चों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। वहीं गृह विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉक्टर पुष्प लता कुमारी ने कहा कि संतुलित अहार की कमी होने से शरीर को आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिल पाता जिसके कारण बच्चों का शरीर स्वस्थ नही रहता।
इसके लिए पौष्टिक आहार जिसमें कार्बोहाइड्रेट प्रोटीन वसा विटामिन मिनरल पर्याप्त हो उसका सेवन करना अति आवश्यक है। इस मौके पर डॉ भारती कुमारी, डॉक्टर आशिया परवीन, छात्रा शोभा कुमारी, डॉली परवीन, रिंकल कुमारी, डिंपल कुमारी के अलावे कॉलेज के अन्य कर्मी शामिल थे ।