Banka News : सावन माह के पहले दिन मंगलवार को बांका जिले के कटोरिया में निःशुल्क नालन्दा जिला कांवरिया सेवा शिविर का उद्घाटन किया गया। शिविर का उद्घाटन परविंदर इंटरप्राइजेज के निदेशक अरविंद कुमार सिन्हा और नालंदा के गिरियक प्रखंड के दुर्गापुर गांव निवासी सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप कुमार ने संयुक्त रूप से किया।
इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद कुमार सिन्हा व प्रदीप कुमार ने बताया कि सेवा शिविर में कांवरियों को सभी सुविधाएं मुफ्त उपलब्ध करायी जायेगी। इसमें नाश्ता, भोजन, नींबू चाय, भोजन, प्राथमिक चिकित्सा और ठहरने की सुविधाएं शामिल हैं। कांवरियों के लिए पेयजल और शौचालय की भी उचित व्यवस्था की गई है।
वहीं, पैदल देवघर जाने वाले कांवरियों को नालंदा सेवा शिविर की ओर से मुफ्त में फल, शर्बत और पानी उपलब्ध कराया गया। सेवा दल में नालंदा जिले के दर्जनों युवा तत्पर दिखे।
सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद कुमार सिन्हा ने बताया कि श्रावणी मेला में कांवरिया श्रद्धालुओं की सेवा ही सच्ची सेवा है। उन्होंने कहा कि समाज सेवा किसी समूह या समुदाय में व्यक्तिगत आधार पर व्यक्तियों की मदद करने की एक प्रक्रिया है, ताकि कोई व्यक्ति अपनी मदद स्वयं कर सके। इसके माध्यम से व्यक्ति वर्तमान सामाजिक परिस्थितियों में उत्पन्न होने वाली अपनी समस्याओं का समाधान स्वयं करने में सक्षम होता है। समाज सेवा ही सच्ची भक्ति है।
मौके पर मनोज कुमार, सीटू सिंह, मनोज कुमार, सौरभ सिन्हा, आशीष कुमार, जीतेंद्र कुमार, पिन्नू कुमार, पिंटू, सोनू, गुड्डु, रवि, विकास और अभु सहित कई अन्य लोग मौजूद थे।
कांवर यात्रा एक हिंदू तीर्थयात्रा है जो श्रावण (जुलाई-अगस्त) के महीने में होती है। तीर्थयात्री गंगा नदी से जल इकट्ठा करने के लिए हरिद्वार या गंगोत्री की यात्रा करते हैं और फिर इसे अपने घरों में वापस ले जाते हैं। यात्रा अक्सर लंबी और कठिन होती है, लेकिन इसे बहुत शुभ तीर्थयात्रा माना जाता है।
कांवर यात्रा भारत का एक प्रमुख आयोजन है और अनुमान है कि हर साल लाखों लोग इसमें भाग लेते हैं। तीर्थयात्रा हिंदुओं के लिए एक साथ आने और अपनी आस्था का जश्न मनाने का समय है। यह लोगों के लिए समुदाय को वापस लौटाने और जरूरतमंद लोगों की मदद करने का भी समय है।
कांवर यात्रा के दौरान लोग कैसे एक साथ आकर दूसरों की मदद कर सकते हैं, इसका बेहतरीन उदाहरण है नालंदा जिला कांवरिया सेवा शिविर। शिविर तीर्थयात्रियों को मुफ्त भोजन, पानी और चिकित्सा सहायता प्रदान करता है। यह नालंदा के लोगों की उदारता और करुणा का प्रमाण है।