पिछले शुक्रवार को, नालंदा कॉलेज में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के निमंत्रण के सवाल पर नालंदा सांसद कौशलेंद्र कुमार (Nalanda MP Kaushlendra Kumar) के एक बयान ने सियासी हलचल मचा दी। रविवार को, जदयू के महानगर उपाध्यक्ष शशिकांत कुमार टोनी ने पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता कर इस मामले पर सफाई दी।
उन्होंने सांसद के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया और कहा कि कुछ राजनीतिक दल सांसद की छवि खराब करने के लिए उन्हें निशाना बना रहे हैं।
टोनी ने जोर देते हुए कहा कि “कुछ राजनीतिक पार्टियां सांसद के साफ-सुथरे छवि को धूमिल करने की साजिश में लगी हैं। नालंदा सांसद के बढ़ते जनाधार से विपक्ष घबरा गया है। इसलिए वे उन्हें बदनाम करने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। लेकिन, उनकी यह चाल नालंदा की जनता पर नहीं चलने वाली। समय आने पर, नालंदा की जनता ही इन विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब देगी।”
हालांकि, खुद सांसद कौशलेंद्र कुमार ने इस प्रेस वार्ता से दूरी बनाए रखी। विपक्षी पार्टियों ने भी जदयू के दावों पर पलटवार किया है और उनसे सवाल पूछ रहे हैं। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले का क्या रुख होता है और नालंदा की जनता का क्या नजरिया बनता है।