नालंदा में कोरोना संक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा। बिहारशरीफ अनुमंडल में बैंक कर्मियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है उनमें दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक, बिहारशरीफ क्षेत्रीय कार्यालय के सेवा प्रबंधक सहित 3 कर्मी और पुलपर स्थित केनरा बैंक के 7 कर्मी भी शामिल हैं।
बैंक कर्मियों में संक्रमण की पुष्टि के बाद कई लोग संक्रमण की आशंका से डरे हुए हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि यहां से संक्रमण कम्यूनिटी स्तर पर ट्रांसफर हो सकता। इससे लोग भयभीत हैं। इसके वावजूद भी बाकी बैंककर्मियों का अभी तक टेस्ट नही कराया गया है।
DBGB के बैंककर्मी रवि गुप्ता ने बताया कि हमलोग का क्षेत्रीय कार्यालय लॉकडाउन की अवधि में बिहार पुलिस की मदद के लिए सबसे आगे आकर बढ़चढ़ कर इसमें हिस्सा लिया था। पुलिस के जवानों के लिए पानी और बिस्किट्स एक माह हमलोगों ने घूमकर बांटा था। हमारे क्षेत्रीय प्रबंधक प्रमोद कुमार जायसवाल का कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आया।
अब उनकी मदद के लिए कोई स्वास्थ्य कर्मी हाथ नही बढ़ा रहा है। दूसरों की मदद करने वाले आज खुद लाचार पड़े हैं। उन्होंने आग्रह किया कि केवल लॉकडाउन ही नही स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों की व्यवस्था में सुधार करें। स्वास्थ्य सेवाएं अच्छी दे। डॉक्टरों का भी ख्याल रखें, ख़ास कर बैंक कर्मियों की।
लॉकडाउन के दौरान जिस प्रकार सारे बैंक कर्मी अपनी जान, परिवार की चिंता की बग़ैर देश सेवा में दिन, रात कार्यरत थे और अब भी है।सरकार इनका बैंक में ही कोरोना टेस्ट का इंतज़ाम कर, सुरक्षित होने में मदद प्रदान करे।
आपको बता दें कि दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में कुल 32 कर्मी में से 3 कोरोना पॉजिटिव पाएं गए हैं। वावजूद इसके प्रशासन ने अभी तक कोई सुध नहीं ली है। ना बैंक कर्मियों का टेस्ट कराया गया और न ही बैंक को सील किया गया।
नालंदा में शुक्रवार को कोरोना के 52 नए मामले सामने आए। इस तरह शुक्रवार तक, नालंदा में कोरोना संक्रमितों की संख्या 984 हो गई। जिले में 522 एक्टिव केस हैं। नालंदा में कोरोना के अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है।