दीपक विश्वकर्मा | बुधवार की प्रातः इंडियन ओर्थपेडीक एसोसिएशन की नालंदा इकाई द्वारा बोन एंड जॉइंट डे के अवसर पर ‘स्वयं बचे,दूसरों को बचाएं’ की थीम पर साइकिल रैली का आयोजन किया गया। रैली को पावापुरी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ पीके चौधरी ने हरी झंडी दिखा और आसमान में गुब्बारे उड़ाकर किया।
प्रिंसिपल डॉ. पी.के चौधरी ने कहा कि आए दिन सड़क दुर्घटना में मौत की खबर सुनने को मिलती है। मेरा मानना है कि लोकल टाउन में जितना संभव हो साइकिल की सवारी ज़रूर करनी चाहिए। आईएमए भवन से सैकड़ों की संख्या में लोगों ने बड़े उमंग के साथ साइकिल के आगे तख्ती लगाकर लोगों को सेहत व पर्यावरण के संरक्षण के लिए प्रेरित किया। रैली आईएमए भवन में से निकल कर पूरे शहर का भ्रमण करते हुए पुनः आईएमए भवन में पहुंच संपन्न हुआ।
इस रैली में शहर के कई प्रख्यात चिकित्सकों ने भी साइकिल चलाकर लोगों के बीच एक संदेश दिया। आईएमए, रोटरी क्लब बिहारशरीफ, रोटरी तथागत, रोटरी नालंदा, इनर व्हील, फ्रेंड्स फ़ॉर एवर, रोट्रेक्ट क्लब, लायंस क्लब, लियो क्लब, मिशन हरियाली, मॉर्निंग वॉक टीम, पब्लिक स्कूल एसोसिएशन, भारत विकास परिषद, बैडमिंटन एसोसिएशन के सदस्यों ने पूरे शहर को संदेश देने की कोशिश की।
कार्यक्रम के सूत्रधार डॉ. अरुण कुमार, डॉक्टर चंदेश्वर प्रसाद और डॉक्टर कुमार अमरदीप नारायण ने कहा कि 4 अगस्त 1954 को इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन की स्थापना हुई थी। साइकिल की सवारी अपने आप में एक संपूर्ण एक्साइज है। साइकिल चलाने से कई फायदे हैं, दिल को सेहतमंद रखने के लिए साइकिल चलाना काफी उपयोगी हो सकता है। साइकिल चलाने से मांसपेशियों की मजबूती रहती है। अगर आप वजन बढ़ने से परेशान हैं तो साइकिल की सवारी वजन को नियंत्रित करने में भी मदद करेगी। डॉ. अरविंद कुमार सिन्हा ने कहा कि कम दूरी के लिए साइकिल का प्रयोग करें। साइकिल ही एक ऐसा वाहन है जो प्रदूषण नहीं फैलाता।