बिहारशरीफ। थरथरी थानेदार द्वारा एक फरियादी के परिजनों को पकड़ने एवं उनलोगों को सात हजार रुपये लेकर छोड़ने के बाद बकाये रिश्वत की रकम मांगने का आरोप लगाते हुए थरथरी बाजार निवासी व पीड़ित दिलीप कुमार ने शुक्रवार को एसपी को आवेदन दिया है। वहीं, इस मामले में थरथरी थानाध्यक्ष रंजीत प्रसाद ने आरोप को निराधार व भ्रामक बताया है।
क्या है पूरा मामला
पीड़ित ने पत्र में कहा है कि उसके घर के सामने गांव के ही एक दबंग व्यक्ति ने अवैध ढंग से शौचालय बना रखा है। बावजूद, दबंग व्यक्ति एवं उनके दो पुत्र इस शौचालय में न जाकर उनके घर के सामने मूत्र का त्याग करते हैं। इस दौरान उनलोगों द्वारा घर की महिलाओं के ऊपर अश्लील फब्तियां कसी जाती हैं।
पुलिस ने छोड़ने के एवज में मांगे 10 हजार रुपये
इस बात को लेकर गत 26 मई की सुबह करीब 10:25 बजे उनलोगों से तू-तू, मैं-मैं हुआ था। सूचना के उपरांत पहुंची थरथरी थाना पुलिस ने उनके साथ भाई संदीप पासवान, मां उर्मिला देवी व पत्नी नीतू देवी को पकड़कर थाने लायी। सभी को छोड़ने के एवज में 10 हजार रुपये मांगे।
लेकिन, जुगाड़ के बाद भी वह सात हजार रुपये ही पुलिस को दे सके। इसके बाद सभी को छोड़ दिया गया। लेकिन, अब बकाया राशि तीन हजार रुपये के लिए पुलिस उन्हें एवं परिवार को तरह-तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है।