NALANDA : कोरोना वायरस का संक्रमण गांव-गांव में फैलना शुरू हो गया है। इसके प्रसार और फैलाब को रोकने के लिए लोगों को मास्क पहनकर घर से निकलना आवश्यक किया गया है। इसके लिए राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन ने सभी मुखिया को निर्देश दिया है कि अपनी-अपनी पंचायत में प्रत्येक परिवार को चार मास्क व दो साबुन उपलब्ध कराएं।
इसके बावजूद जिले के तकरीबन तीन दर्जन से अधिक मुखियाओं ने अपनी पंचायतों में मास्क व साबुन का वितरण नहीं किया है। प्रखंडस्तरीय पदाधिकारी पंचायतों में जाकर मास्क व साबुन वितरण की जांच करते हैं, जिससे मुखिया निर्भीक हो गये हैं और ग्रामीण लोग कोरोना से काफी भवभीत हो गये हैं।
वार्ड सदस्यों के माध्यम होगा वितरण
राज्य सरकार ने कोरोना की रोकथाम के लिए मुखिया को अहम जिम्मेदारी दी है। सभी मुखियाओं को सक्रिय रहने का निर्देश दिया गया है। इस निर्देश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि गांव में अगर कोई बीमार पड़ता है या उसमें कोरोना का कोई लक्षण दिखाई देता है तो उसे तुरंत जिला अस्पताल या जिला प्रशासन को सूचना दी जाये।
गांव के लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक करने की जिम्मेदारी मुखिया को दी गयी है। मुखिया अपनी-अपनी पंचायत में प्रत्येक परिवार को चार मास्क वार्ड सदस्य के माध्यम से उपलब्ध कराएं, जिला प्रशासन ने सभी मुखिया को निर्देश दिया है कि गांवों में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए मुखिया हमेशा एलर्ट रहें। लोगों को मास्क पहनने एवं सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करने के लिए जागरूक भी करते रहें।
जिला पंचायत राज पदाधिकारी मो शोएव ने बताया कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के लिए मुखिया को अहम जिम्मेदारी दी गयी है। वैसे मुखिया जो अबतक मास्क व साबुन का वितरण अपनी पंचायत में नहीं करवाये हैं। पंचायती राज विभाग ने उन मुखियाओं पर कार्रवाई करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मास्क व साबुन वितरण के मामले में दर्जनों मुखिया पर गाज गिरी तय है।