नालंदा | बिहारशरीफ शहर में जाम लगने की समस्या से जल्द ही मुक्ति मिलने की संभावना है. इसके लिए पथ निर्माण विभाग मोरा-पिचासा (Mora Pichasa) से नकटपुरा गांव (Nakatpura Village) तक नये Bypass का निर्माण कार्य को अंतिम रूप देने में जुटा है. यह बाइपास सड़क NH 20 से होकर NH-82 में जाकर मिलती है, जिसकी लंबाई करीब 6 किलोमीटर है. इस बाइपास के निर्माण पर करीब 32 करोड़ 65 लाख रुपये की लागत आयी है, जबकि सड़क निर्माण में ली गयी जमीन के मुआवजे की राशि अलग से है
बिहारशरीफ (Biharsharif) शहर में आये दिन सड़क जाम की समस्या लगी रहती है. इसकी वजह है कि बिहारशरीफ से बरबीघा (Barbigha), शेखपुरा, लखीसराय व देवघर आदि जगहों के लिए बड़े वाहनों का परिचालन शहर के बीचोबीच से होकर रहता है, जबकि शहर के इन पथों पर इ-रिक्शा, ऑटो दिनों भर चलते हैं, जिससे सड़क जाम लगना आम बात है. यह सड़क जाम किसी-किसी दिन तो घंटों लगा रहता है. खासकर खंदक मोड़ की हालत ही बहुत ही खराब है.
बाइपास सड़क निर्माण
- कुल लंबाई-5.90 किलेमीटर
- कुल लागत-32 .65 करोड़ रुपये
- भू-अर्जन में मुआवजे की राशि- करीब 80 करोड़
- निर्माण कार्य पूर्ण का समय-दिसंबर 2020 तक
- बिहारशरीफ़ टाउन को जाम से मिलेगी मुक्ति
बिहारशरीफ़ टाउन को जाम से मिलेगी मुक्ति
इस जाम से मुक्ति दिलाने के लिए जिला प्रशासन की पहल पर पथ निर्माण विभाग ने दो वर्ष पूर्व ही नये बाइपास निर्माण की स्वीकृति दी थी. तब विभाग के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता ने कार्य शुरू करवाया. हालांकि उनके कार्यकाल के समय ही सड़क निर्माण में बहुत सारी बाधाएं आयी. जिन किसानों की जमीन जा रही थी. वैसे किसान जमीन नहीं दे रहे थे, जिससे बाइपास निर्माण कार्य में बहुत विलंब हुआ.
तब जिलधिकारी योगेंद्र सिंह (DM NALANDA) की पहल पर और उनके दिशा निर्देश पर भू-अर्जन विभाग ने जमीन अधिग्रहण का काम तेजी से कर पथ निर्माण विभाग को सौंपा तब जाकर काम शुरू हुआ. इस बीच कोराना वायरस (Covid 19) के संक्रमण से बचाव के लिए मार्च में Lockdown लागू हो गया तब से काम बंद हो गया. इस बीच 31 मई को तत्कालीन कार्यपालक अभियंता सेवानिवृत्त हो गये. कुछ दिनों के लिए सड़क निर्माण कार्य बंद हो गया.
तब जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह (DM NALANDA) ने विभाग को बाइपास निर्माण कार्य कराने के लिए कार्यपालक अभियंता का पदस्थापन करने के लिए पत्र लिखा. तब जुलाई से नये कार्यपालक अभियंता ने कार्यभार संभाला और कार्य में तेजी आयी है. यह बाइपास बिहारशरीफ शहर की उत्तरी छोर के NH 20 के मोरा पिचासा गांव से शुरू होकर राजा कुआं गांव (Raja Kuaan village) हुए NH-82 पर स्थित नकटपुरा गांव में जाकर मिलता है. इसकी लंबाई करीब छह किलोमीटर है.
निर्माण कार्य पूर्ण का समय दिसंबर 2020 तक
इस बाइपास सड़क निर्माण में मोटी रकम विभाग को भूमि अधिग्रहण के लिए मुआवजा देनी पड़ी. बाइपास निर्माण कार्य बहुत तेजी से किया जा रहा है, लेकिन इस बीच बिहारशरीफ-रहुई रोड (Biharsharif to Rahui) में एक Railway Crossing आती है, जिस पर ROB बनाना आवश्यक प्रतीत होता है. विभाग के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि दिसंबर तक हर हाल में बाइपास निर्माण कार्य पूरा कर लिया जायेगा और फर्राटे के साथ वाहन इस बाइपास पर दौड़ेंगे.
इससे बिहारशरीफ शहर को जाम से मुक्ति मिल जायेगी. रेलवे क्रॉसिंग के पास वैकल्पिक व्यवस्था कर बाइपास चालू किया जायेगा. इसके अलावा शहर की दक्षिणी छोर NH20 पर से देवधा रेलवे गुमटी (Devdha Railway Gumti) के बाद से उपरौरा गांव (Upraura Village) तक नये बाइपास का निर्माण कार्य कराया जा रहा है. इस बाइपास का निर्माण कार्य 90 फीसदी पूरा कर लिया गया है. शेष भागों में कार्य बहुत किया जा रहा है.
संभावना है कि बाइपास सड़क एक ही समय में आम लोगों के लिए चालू हो जाये और इन वाहनों पर इन सड़कों पर खर्राटे के साथ वाहन दौड़ने लगे. जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह (DM NALANDA) पूरी तन्मयता से बाइपास सड़क निर्माण कार्य की लगातार मॉनीटरिंग कर रहे हैं और शीघ्र अतिशीघ्र निर्माण कार्य पूरा कराने के लिए पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को समय- समय पर निर्देश भी दे रहे हैं.
अधिकारियों का क्या कहना है
एनएच 20 से कई गांव से होकर गुजरने वाला 6 किलोमीटर लंबा बाइपास एनएच 82 के नकटपुरा गांव में मिलता है . इस बाइपास सड़क का निर्माण कार्य दिसंबर तक पूरी करने की संभावना है, जिसके लिए कार्य बहुत तेजी से किया जा रहा है. सब ठीक-ठाक रहा तो इसी साल से इस बाइपास पर खर्राटे के साथ वाहन दौड़ने लगेंगे. शहर को सड़क जाम से मुक्ति मिल जायेगी.
– इरफान अली, एक्जीक्यूटिव इंजीनियर, पथ निर्माण प्रमंडल, बिहारशरीफ