बिहारशरीफ। कोरोना महामारी व लॉक डाउन के दौरान जिले की जीविका दीदियां मास्क बनाने का कार्य कर रही है। इससे न केवल उन्हें रोजगार के साधन उपलब्ध हो रहे हैं, बल्कि परिवार का भरण-पोषण में आसानी हो रही है। जिले की जीविका दीदियों ने अब तक 1.50 लाख मास्क तैयार किया है। मास्क बनाने में 350 जीविका दीदियां लगी हुई हैं।
जिले में प्रतिदिन 10 से 15 हजार मास्क बनाये जा रहे हैं। जिला आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा 50 हजार मास्क का ऑर्डर दिया गया है, गिरियक प्रखंड द्वारा 50 हजार मास्क, मनरेगा द्वारा 10 हजार मास्क का डिमांड किया गया है। 50 हजार मास्क फिलहाल स्टॉक में हैं।
जीविका द्वारा मास्क बनाने के लिये चार सेंट्रलाइज युनिट का निर्माण किया जा रहा है। नूरसराय बाजार में एक, मघड़ा में एक, भूई मोड़ से आगे शिक्षण एवं प्रशिक्षण केंद्र एवं पावापुरी में एक यूनिट कार्य कर रहा है। इसकी जानकारी देते हुए जिला प्रबंधक उमाशंकर भगत ने बताया कि जीविका द्वार प्रत्येक प्रखंड में एक मास्क निर्माण सेंटर खोलने का लक्ष्य है।
इसके लिये जीविका द्वारा जरूरी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। इसके अलावा जीविका की दीदियां अपने घरों में भी मास्क बना रही है। दीदियों को जीविका द्वारा मास्क बनाने का चार्ज लगातार पैमेंट किया जा रहा है। जीविका ग्राम संगठन द्वारा दीदियों को मास्क बनाने के लिये कपड़ा उपलब्ध कराया जा रहा है।
आपदा विभाग ने दिया दो हजार पेटीकोट व ब्लाउज तैयार करने का ऑर्डर
जीविका को आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा दो हजार पेटीकोट एवं ब्लाउज का निर्माण करने का ऑर्डर मिला है। आपदा प्रबंधन विभाग पेटीकोट व ब्लाउज जिले के कोरेंटिन सेंटरों में आवासित महिलाओं को उपलब्ध कराया जाना है। आपदा प्रबंधन विभाग के ऑर्डर के बाद अब तक जीविका द्वारा 1500 पेटीकोट एवं ब्लाउज की आपूर्ति कर दी गयी है।
जीविका के डीपीएम ने बताया कि अगले चार से पांच दिनों में बाकी बचे 500 पेटीकोट एवं ब्लाउज की आपूर्ति कर दी जायेगी। डीपीएम ने बताया कि मास्क बनाने के कार्य में राजगीर की सबीना खातून, पथरौरा की इंदू देवी, मघड़ा की कंचन देवी एवं पिंकी देवी अहम भूमिका निभा रही हैं। इनकी प्रेरणा से जिले की अन्य जीविका दीदियां भी मास्क बनाने की ओर अग्रसर हो रही हैं।