नालंदा । मंगलवार की सुबह ही बिहारशरीफ के पंचाने नदी में पानी अधिक आने से उफान पर नदी आ गयी है। नदी में पानी अचानक आ जाने से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। पंचाने नदी से बिहारशरीफ, रहुई, हरनौत प्रखंड में बाढ़ का खतरा अधिक रहता है, जिससे लाखों की आबादी बुरी तरह प्रभावित होती है। पंचाने के साथ- साथ गोइठवा, सोयबा नदी में भी पानी आ गया है। जबकि सकरी और जीराइन नदी में पहले से ही पानी आया हुआ है।
झारखंड में बारिश अधिक होने से नालंदा में बाढ़ का खतरा बढ़ जाता है। पंचाने नदी में भी पानी में तेजी से वृद्धि हो गयी है, जिससे आशंका व्यक्त की जाती है कि अगले एक-दो दिनों में नालंदा में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है। जिले में लगातार बारिश हो रही है।
नदियों के जलस्तर बढ़ने से लोग भयभीत
सूबे के कई जिलों में बाढ़ से स्थिति भयावह हो गयी है, जिससे जिले की नदियों में बाढ़ का पानी बढ़ने से लोगों में काफी भय देखा जा रहा है। जबकि अभी जिस नदी में पानी आया है, उससे गांव के लोग धान रोपनी जोर-शोर से शुरू कर दी है। खासकर अस्थावां, बिंद, सरमेरा, बिहारशरीफ आदि प्रखंडों में गुजरने वाली नदियों में पानी का बहाव खतरा से काफी कम है।
सभी विभागों को किया गया अलर्ट
जल विभाग के कार्यपालक ने बताया कि जीरायन और सकरी नदी में दो से चार फुट पानी का बहाव है। जबकि, पंचाने नदी में डेढ़ से दो फुट पानी आया है। इससे बाढ़ की कोई बात नहीं है। विभाग बाढ़ से बचाव के लिए पूरी तैयारी कर रखी है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा कई टीम का गठन किया गया है जो हमेशा नदियों के पानी की निगरानी करती रहेगी। संबंधित क्षेत्रों में लगातार गश्त करते रहेंगे ताकि बाढ़ आने की स्थिति में तुरंत आवश्यक कार्यवाही की जा सके।
उन्होंने बताया कि जिलावासियों को नदियों में पानी आने से बाढ़ का खतरा नहीं मानना चाहिए। जिला प्रशासन व विभाग पूरी तरह से इससे निबटने को तैयार व अलर्ट है। जिले की पंचाने, सकरी, जीराइन व सोयबा नदियों में पानी तेजी से बढ़ना शुरू हो गया है। लोगों की सुबह-सुबह मंगलवार को नींद टूटी तो पंचाने नदी पानी में उफान पर देखा । जिला प्रशासन पूरी बाढ़ से बचाव के लिए मुकम्मल व्यवस्था कर रखी है। फिर भी सभी विभागों को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है।