नालंदा | हिलसा प्रखंड की बारा पंचायत में पीएम आवास योजना के नाम पर बड़े पैमाने पर लूट का खुलासा हुआ है। एक सप्ताह पूर्व दैनिक अखबार ने अवैध उगाही की आशंका जताते हुए प्रमुखता से इस खबर को प्रकाशित किया था। खबर पर संज्ञान लेते हुए जांच के लिए चार सदस्यी टीम का गठन किया गया था। टीम ने जांच कर बीडीओ राजदेव कुमार रजक को रिपोर्ट सौंपी।
रिपोर्ट में आरोप सही पाये जाने पर बीडीओ के निर्देश पर पर्यवेक्षक रवि कुमार ने नदवर गांव, वार्ड नंबर 11 के सदस्य रमेश कुमार व दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक, इन्दौत में तैनात चौकीदार मुंशी मांझी के खिलाफ हिलसा थाना में एफआईआर करायी है। थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुट गयी है।
11 लाभुकों से की उगाही
मामले की जांच के लिए आवास सहायक सुमीत कुमार, प्रसन्नजीत कुमार, नीरज कुमार व निरंजन कुमार की चार सदस्यीय टीम बनायी गयी थी। जांच में पता चला कि 11 लाभुकों से एक लाख 76 हजार रुपये की उगाही की गयी थी। रिपोर्ट मिलने के बाद बीडीओ ने खुद इस मामले का सत्यापन किया। इसमें आरोप सत्य पाये गये। सभी लाभुकों से 15 से 20 हजार रुपये वसूले गये।
किन-किन लोगों से की गयी ठगी
सजीवन यादव से 16 हजार, महापति देवी से 15 हजार, फूला देवी से 15 हजार, रविन्द्र मिस्त्री से 15 हजार, गोपाल चौहान से 20 हजार, सुमित्रा देवी से 20 हजार, अनिल महतो से 15 हजार, कृष्णा चौहान से 15 हजार, माथुर चौहान से 15 हजार, अर्जुन चौहान से 15 हजार और लालती देवी से 15 हजार रुपये की ठगी की गयी।
कैसे की गयी ठगी
लाभुकों की माने तो वार्ड सदस्य, बैंक के चौकीदार की मदद से स्वाइप मशीन घर ले आया। उसने सभी लाभुकों को बैंक पासबुक और आधार कार्ड लेकर घर बुलाया। खाते में राशि चेक करने का झांसा देकर सभी से मशीन पर अंगूठे का निशान ले लिया। इसके बाद आरोपितों ने आवास योजना की पहली किश्त के 40 हजार रुपये निकाल लिये। रुपये निकालने के बाद वार्ड सदस्यों ने सभी के घर जाकर किसी को 15 तो किसी को 20 हजार रुपये थमा दिये।