बिहारशरीफ। नगर निगम की लापरवाही और कुछ भवन निर्माता की मनमानी का खामियाजा आमलोग भुगत रहे हैं। मंगलवार को शहर के कागजी मोहल्ला स्थित मेन सड़क पर रखा बालू से फिसल कर अखाड़ापर निवासी निवास कुमार जख्मी हो गये। अक्सर ऐसी सड़क दुर्घटना का कारण शहर में जहां- तहां गिरे बालू-गिट्टी के ढेर बन रहे हैं।
सड़कों व गलियों में अधूरे निर्माण कार्य बढ़ा रहा लोगों की परेशानी
शहर के मुख्य सड़कों से तंग गलियों में नगर निगम के नाली-गली निर्माण व पानी पंप बिछाने का कार्य चल रहे थे, जो लॉकडाउन लागू होने से अधिकांश क्षेत्रों में काम बंद हो गया है। अधूरे निर्माण कार्य से जैसे-तैसे खोदे गये गड्ढे, जहां-तहां निर्माण मेटेरियल के साथ बालू, गिट्टी व अन्य पत्थर के ढेर आम लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है। दूसरी ओर गर्मी और कोरोना के कारण अवकाश का समय है।
नगर निगम की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे राहगीर
शहर के अधिकतर मोहल्लों में इस अवसर का लाभ उठाने के उद्देश्य से लोगों ने अपने-अपने मकान, भवन और कार्यालय का निर्माण व मरम्मत कार्य शुरू कर दिया है। इस मरम्मत कार्य में उपयुक्त होने वाली सामग्री को शहर की तंग गलियों में जहां-तहां और जैसे-तैसे फैलाकर रख दिया गया है। इस कारण बालू-गिट्टी की ढेर वाली गलियों से लोगों को आवागमन बाधित हो रहा है।
मार्गो में पड़े निर्माण मेटेरियल से बढ़ रही सड़क दुर्घटना की आशंका
लॉकडाउन-4 में काफी हद तक बाइक के साथ लोगों का आवागम शुरू हो गया है, लेकिन शहर के रांची रोड, धनेरघाट, कागजी मोहल्ला, नई सराय, अस्पताल चौक से सदर ब्लॉक कार्यालय के बीच, गढ़पर, रामचंद्रपुर के शिवपुरी मोहल्ला, छोटी पहाड़ी, मगध कॉलेनी जैसे दर्जनों मोहल्ले में बालू, गिट्टी के ढेर और जहां-तहां पानी पंप बिछाने के लिए निगम के द्वारा खोदे गये गलियों में गढढे बने हुए हैं। जहां प्रतिदिन कोई न कोई बाइक सवार सड़क दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं। इसके बावजूद मकान मालिक और निगम की लापरवाही के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।