बिहारशरीफ । बाजार खोलने की प्रशासनिक अनुमति मिलते ही लोग कोरोना से बचाव व सतर्कता भूल गये। बिना मास्क व सोशल डिस्टैंसिंग के जहां-तहां व जैसे-तैसे बाजारों में लोग घूमते दिखे। करीब 70 दिनों के बाद जिले में सभी दुकानों को खोलने का आदेश डीएम ने दिया। इससे बाजारों में तो चहल-पहल बढ़ गयी, लेकिन अधिकांश दुकानों में बहुत ही कम ग्राहक दिखे। सड़कों पर बसें दौड़ाने का आदेश सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करते हुए दिया गया। बसें तो चलने को स्टैंड में तैयार हैं, लेकिन यात्रियों की कमी है।
डीएम ने राज्य सरकार से मिले निर्देश के बाद मंगलवार से जिले में सभी प्रकार की गतिविधियां शुरू करने का आदेश दिया। इसके तहत बाजार खुल गये व बसों का परिचालन भी शुरू हो गया। बसों के परिचालन के पहले दिन रामचंद्रपुर बस स्टैंड से पटना के लिए सुबह छह बजे से नौ बजे तक करीब 14 बसें खुलीं।
- बसों में कम दिखे यात्री, बिना मास्क के निकल रहे लोग
सरकारी बस में बिना मास्क लगाये ढैठे यात्री
इनमें प्रत्येक बस पर करीब पांच से छह यात्री ही सवार थे। जिला प्रशासन के निर्देश का पालन करते हुए बसों के ड्राइवर व कंडक्टर हाथों में गलब्स और मास्क लगाये हुए थे। वहीं, सरकारी बस स्टैंड से पटना के लिए सुबह से दो बजे तक एक दर्जन बसें खुलीं। सभी बसों पर 20 से 22 यात्री सवार थे। वहीं, बिहार-हरनौत-बाढ़ जाने वाली बसों पर बैठे अधिकांश यात्री मास्क पहने हुए नहीं थे।