नालंदा विश्वविद्यालय के आसपास के 26 पुरानी तालाबों की खुदाई एवं उड़ाही जल जीवन हरियाली योजना से करायी जायेगी। सिलाव प्रखंड के चंडी मौ स्थित शुंगकालीन तालाब का निरीक्षण करने के दौरान लघु जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता बिदेश्वरी राम ने शनिवार को उक्त बातें कहीं। डिवीजन के सहायक अभियंता अशोक कुमार को विश्व धरोहर के इर्द-गिर्द के सभी पुरानी तालाबों का स्थलीय निरीक्षण रविवार को करने का आदेश दिया। स्थल निरीक्षण कर दो दिन के भीतर उन तालाबों की खुदाई एवं उड़ाही के लिए प्रस्ताव भेजने का आदेश कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार दिया।
उन्होंने कहा कि नालंदा जिले में जल जीवन हरियाली योजना से 69 तालाबों, आहार एवं पडइन की खुदाई एवं उड़ाई की जा रही है। जिसका निर्माण कार्य 15 जूनतक हर हाल में पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि 15 जून तक अन्य जिलों में चल रहे जल जीवन हरियाली योजना के 200 योजनाओं का निर्माण कार्य पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार, सहायक अभियंता अशोक कुमार सहित मातहत अधिकारियों और ठेकेदारों को गुणवत्तापूर्ण के साथ निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्य क्रियान्वित कराने का आदेश दिया। चीफ इंजीनियर ने ग्रामीणों से फीडबैक लेने के बाद कहा कि विलेज मैप के अनुसार चंडी मौ सहित प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के आसपास के सभी तालाबों की नापी करा कर खुदाई और उड़ाही करायी जायेगी।