Nalanda News/ बिहारशरीफ | डीजल-पेट्रोल का वाहनों में उपयोग कम करने के लिए शीघ्र ही जिले में कई पेट्रोल पम्पों पर सीएनजी सेंटर (CNG Fuel station in Nalanda) खोलने की तैयारी पूरी कर ली गयी है। पहले चरण में बिहारशरीफ स्टेशन (Biharsharif Railway Station) के पास एक CNG Fuel Centre स्थापित है। अब, हरनौत (Harnaut), सिलाव (Silao) और राजगीर (Rajgir) में सीएनजी फ्यूल सेंटर खोले जाने हैं।
जबकि, देवधा में NH20 पर आडनी कंपनी खुद डेडिकेटेड सीएनजी फ्यूल सेंटर खोल रही है। यहां सिर्फ CNG व PNG मिलेगी। जबकि, अन्य सीएनजी स्टेशनों पर पेट्रोल व डीजल भी मिलेगी। यहां 65 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से सीएनजी मिलेगी।
नालंदा के साथ ही गया जिले में सीएनजी व पीएनजी की आपूर्ति का जिम्मा इंडियन ऑयल अडानी गैस प्राइवेट लिमिटेड को केन्द्र सरकार ने दिया है। दोनों जिलों में दो साल में कम से कम 46 सीएनजी फ्यूल स्टेशन खोलने की योजना पर काम चल रहा है।
- बिहारशरीफ के देवधा में अडानी कंपनी खुद से खोलेगी डेडिकेटेड सीएनजी फ्यूल सेंटर
- 65 रुपये किलोग्राम के हिसाब से सीएनजी मिलेगी, पाइप बिछाने का काम अंतिम चरण में
इसके साथ ही 146 किलोमीटर गैस पाइपलाइन बिछाने की योजना अंतिम चरण में है। हरनौत के सिंह पेट्रोल पम्प व देवधा में रिलायंस पेट्रोल पम्प के सामने एनएच 20 पर सीएनजी फ्यूल सेंटर खोलने के लिए सुरक्षित भवन व पाइपलाइन बिछायी जा चुकी है।
इसे भी पढ़े : रुपए लेकर भागे दो बदमाशों को खदेड़ कर पकड़ने वाली अनमोल को 25 हजार का चेक देकर किया सम्मानित

क्या है CNG व PNG
इंडियन ऑयल अडानी गैस प्राइवेट लिमिटेड के नालंदा-गया प्रमुख लोकेश एम. कुमार ने बताया कि कम्प्रेस्ड नेचुरल गैस का संक्षप्ति रूप सीएनजी है। इसी तरह, पाइप्ड नेचुरल गैस का संक्षप्ति रूप पीएनजी है। घरों के चूल्हों में जलने वाली गैस पीएनजी तो वाहनों में उपयोग की जाने वाली गैस सीएनजी कहलाती है। ये दोनों ही प्राकृतिक गैस हैं। लेकिन, सीएनजी को उच्च दाब (200 बार तक) कंप्रेश किया जाता है। जबकि, पीएनजी का दाब चार बार से 21 मिली बार तक होता है। बार एक इकाई है, जो गैस को संकुचित करने की माप है।
- 100 रुपये के पेट्रोल से अधिकतम 18 से 20 किमी तो इतनी की ही सीएनजी से 45 से 50 किमी चलेगी कार
300 सीएनजी गाड़ियां नालंदा में
इनके खुलने से जिले में वायु प्रदूषण अपेक्षाकृत कम होगा। कारण यह कि यहां की अधिकतर गाड़ियां सीएनजी से चलने लगेंगी। Biharsharif Railway Station के पास महज एक सेंटर खुलने से शहर में 300 से अधिक सीएनजी से चलने वाली गाड़ियां आ गयी हैं। रोजाना वहां डेढ़ से दो हजार किलोग्राम सीएनजी भरी जाती है। आसपास के जिलों के वाहन मालिक भी सीएनजी भरवाने यहां आते हैं।
नालंदा विवि में सबसे पहले पीएनजी
घरों में पाइपलाइन से गैस पहुंचाने की योजना को फाइनल टच दिया जा रहा है। नालंदा विश्वविद्यालय (Nalanda University) में पाइपलाइन का जाल बिछाया जा चुका है। उसके गेट तक अडानी कंपनी ने आपूर्ति पाइपलाइन का कनेक्शन भी कर दिया है। उम्मीद है कि इसी हफ्ते वहां सीएनजी की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। इसके बाद आयुध कारखाना (Rajgir Ordnance Factory), पुलिस एकेडमी (Bihar Police Academy, Rajgir), सीआरपीएफ कैम्प (CRPF Camp) समेत अन्य बड़े प्रतिष्ठानों के बाद सामान्य घरों में पाइपलाइन पहुंचायी जाएगी। इन स्थानों पर सिलाव टर्मिनल से गैस की आपूर्ति होगी।
क्या कहते हैं अधिकारी
इसके बारे मे फील्ड ऑफिसर लोकेश कुमार ने बताया की वाहनों में सीएनजी के उपयोग से वायु प्रदूषण काफी हद तक कम हो जाएगा। जैसे-जैसे सीएनजी फ्यूल सेंटरों की संख्या बढ़ेगी, सीएनजी से चलने वाले वाहनों की संख्या बढ़ेगी। सरकार भी इसे बढ़ावा दे रही है।
– लोकेश कुमार, फील्ड ऑफिसर
यह रिपोर्ट मूल रूप से हिन्दुस्तान दैनिक अख़बार में पहले प्रकशित की जा चुकी है.
Nalanda से जुड़े ताजा अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक और ट्विटर पर फॉलो करें।
नालंदा रिपोर्टर टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।